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नमस्ते दोस्तों आज का मेरा विषय है, किस तरीके से एक सफल इंसान बना जा सकता है, 
           क्योंकि आजकल का जो आधुनिक युग है उसमें हर व्यक्ति अपनी सफलता को केवल मात्र पैसों से ही आकना शुरू कर देता है, मगर शायद वह यह भूल जाता है कि पैसों से भी ज्यादा एक अलग भी दुनिया है जो एक सफल इंसान होने के लिए बहुत ही जरूरी है। भले ही वह किसी भी प्रकार का रिश्ता हो या किसी के प्रति आपका निश्चल प्रेम।
प्रेम भी आपका किसी की भी प्रति अलग अलग हो सकता है। वह किसी इंसान के लिए हो सकता है। किसी जानवर के लिए हो सकता है। या फिर वह प्रकृति किसी भी रूप के लिए भी हो सकता है जहां पैसों की कोई अहमियत नहीं होती है। जिस प्रेम को कभी खरीदा नहीं जा सकता है। असल में आपकी आत्मा को जो, तृप्त करें मन को जो शांत करें और आपके जीवन का उद्देश्य जो पूरा करें असल में वही आपकी सफलता हो सकती है।
किस प्रकार की सफलता के लिए आप की कोशिश होनी चाहिए।
1. पहली चीजें वह हो सकती है, जिसमें आप जीना चाहते हैं, करना चाहते हैं, और यह वह चीजें हो सकती है, जिसके लिए अगर आप को कोई पैसा भी नहीं मिले है तब भी आप उसे जरूर करना चाहेंगे। जो आपको खुशी तो देगी ही और आपको वह सुकून भी देगी जिसे आप दुनिया के किसी बाजार में खरीद नहीं सकते हैं।
2. दूसरी केटेगरी में वह रिश्ते हो सकते हैं जिससे आप अगर आप मर भी रहे होंगे तो भी निभाना चाहेंगे। आपका वह प्रेम किसी भी इंसान से हो सकता है, जानवर से हो सकता है, या फिर पेड़ पौधे से भी हो सकता है, जो आपकी जीवन की सार्थकता को सिद्ध करता है, जिसको आप मरते दम तक भी निभाना चाहेंगे।
3. तीसरी जीजा में चीजों में उस समर्पण भाव को रख सकते हैं जुआ जो आपका कीमती समय लोगों के लिए कुछ अच्छा करने में निकाला जाता है मैं आपकी किसी प्रकार की सेवा हो सकती है किसी भी प्रकार का ज्ञान हो सकता है या किसी प्रकार की उदारता जनहित के लिए हो सकती है जो आपको मन से तो सुकून देती ही है और अपने जीवन को एक नई दिशा का भी एहसास हमेशा आपको कराती रहती है आपको वह खुशी मिलती है जो आप हमेशा पाना चाहते हैं।
4. अंतिम बिंदु हमारी वह शक्ति रहेगी जिसमें हमें कभी ना कभी बिलिंग विलीन होना ही है क्योंकि यह वह दिव्य शक्ति है जिसे हम भगवान ईश्वर परमात्मा किसी भी नाम की संज्ञा दे सकते हैं और हम अपने जीवन का सारा मोह लालच त्याग कर ईश्वरीय भक्ति में विलीन हो जाते हैं जिसमें आपको लाभ हानी, मान सम्मान धर्म अधर्म के विचार से आप परे होते हैं, और आप उस दिव्य शक्ति में विलीन हो जाते हैं जो आपको परम आनंद की प्राप्ति देती है और वह प्राप्ति शांति का माध्यम कुछ भी हो सकता है। 
आशा करता हूं, मेरा आज का ब्लॉग आपको जरूर पसंद आएगा और सफलता की इस दौड़ में कहीं ना कहीं मेरे विचार आपको जरूर प्रभावित करेंगे। 
इसी के साथी मैं अपने ब्लॉग को समाप्त करता और हूं, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद प्रकट करता हूं अपना कीमती समय निकालकर इस ब्लॉग को पढ़ने के लिए।

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