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नमस्कार दोस्तों मेरे आज के ब्लॉग में आप सभी का तहे दिल से स्वागत है।             हमेशा कुछ कर गुजरने की आशा हमारे मन में बचपन से होती है। पर जब हम बड़े होते हैं, तो हमारी जिम्मेदारियां भी हमसे जुड़ जाती है, और उसी जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए हर शख्स को अपने जीवन में कुछ ना कुछ करना होता है।

            जिसे हम कुछ कह रहे हैं, असल में वह हमारी सफलता से जुड़ा हुआ एक वह संबंध है, जिसे हर व्यक्ति पूरा तो करना चाहता है, परंतु बहुत सी बार वह निराश ओर हतााश हो जाता है। अपने जीवन से अपनी दिनचर्या से और कोसने लगता है, अपने आप को। 
            पर वह शायद यह भूल जाता है, की एक इंसान है, जो उसके भीतर भी बसता है, जो उसे जीवन में उस सफलता तक पहुंचा सकता है। जिसकी परिकल्पना शायद वो खुद नहीं कर सकता। भगवान ने इंसान को वह उपलब्धि दी है, जिसका आकलन करना खुद इंसान के लिए बहुत मुश्किल है।
            
        इंसान हमेशा उन जमेलो में फंसा रहता है, जो उसके किसी काम के नहीं होते हैं। वह हमेशा उन लोगों की तो परवाह करता है, जो उसे नालायक नकारा जैसे शब्दों से अपमानित करते हैं, परंतु वह अपने आप को और अपनी खूबियों को पहचानना भूल जाता है, जो ईश्वर ने उसे दी है। इंसान अपने जीवन में इस हद तक टूट जाता है, कि वह अपने आप को औरों से कमजोर आंकने लगता है, परंतु यह कतई सत्य नहीं है क्योंकि उसमें वह सब खूबियां हैं, जो औरों में है।

 भगवान ने हर शख्स को एक खूबी के साथ दुनिया में भेजा है। जरूरत है, तो हमें बस उस खुबी को पहचानने की, जो आपके भीतर छुपी हुई है। जिसको आप पहचान नहीं पा रहे है। और केवल वही है जो आपको अपनी मंजिल तक जरूर ले जाएगी।

अगर आप अपनी मंजिल तक पहुंचना चाहते हैं, तो आपको सफर की शुरुआत करने की जरूरत है, क्योंकि अगर आप अपने सफर की शुरुआत नहीं करते हैं, तो भूल जाइए कि आप अपनी लाइफ में कुछ कर पाएंगे।

 क्योंकि कुछ करने के लिए आपको कहीं ना कहीं से शुरुआत जरूर करनी होगी। 
अगर एक बार आपने अपनी मंजिल को पाने के लिए सफर की शुरुआत कर दी तो, यह भरोसा आपको अपनी मंजिल पाने के लिए नहीं रोक सकता है। कोई भी विकट परिस्थिति भी अगर आपके सामने आती है, तब भी आप उससे लड़ना ज्यादा पसंद करेंगे, बजाय पीछे हटने से और आप अपनी सफलता के रास्तो को जरूर खोज पाएंगे।

जब कभी आपकी लाइफ में लोग आप पर तंज कसते हैं,  या फिर आपको नालायक नकारा या फेलियर समझते हैं, तो यही सही वक्त है, आपको उन्हें गलत साबित करने का आपको बता देना है, कि आप की दुनिया छोटी बिल्कुल नहीं है। आपकी बुलंदियां आसमान से जुड़ी हुई है, जिससे आप पूरा करके ही दम लेंगे, और आप भी औकात रखते हैं, खुले आसमान में उड़ने की, जिसको पूरा करने में आप अपने जीवन तक को दांव पर लगा सकते हैं। 

         इसलिए एक वजह होनी चाहिए अपने जीवन को सफल बनाने के लिए ओर कोशिश कीजिए कि वह क्या है, जो आपका जीवन बदल सके।

अपने आप को कोसने के बजाय उस पर काम करना शुरू कीजिए। क्योंकि, अगर आप कुछ करने लग जाते हैं, तो आपका ध्यान अपने आप ही आपके लक्ष्य की ओर जाने लगता है, बस एक बार अपने आप से बात करना शुरू तो कीजिए मंजिल आपको खुद ब खुद दिखना शुरू हो जाएगी।

आशा करता हूँ मेरा ये ब्लॉग आप सभी को जरूर पसंद आएगा क्योंकि हम सभी किसी न किसी तरह से हर उस चीज से जुड़े होते हैं जो हमारा मार्ग प्रशस्थ कर सकें।
मुझे पड़ने के लिए आपका धन्यवाद 
< हरि  शंकर जीनगर >

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